janjgir-champa-news किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में मेडिकल की पढ़ाई करने गई छात्राएं अब वापस लौटने की तैयारी में हैं हालांकि अभी स्थिति में पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है मगर फिर भी वहां फंसे छात्र-छात्राओं में दहशत है। अभी भी वे हास्टल की चार दीवारी में सुरक्षा घेरे में है।

janjgir-champa-news: किर्गिस्तान की राजधानी बिश्केक में मेडिकल की पढ़ाई करने गई छात्राएं अब वापस लौटने की तैयारी में हैं हालांकि अभी स्थिति में पहले की अपेक्षा सुधार हुआ है मगर फिर भी वहां फंसे छात्र-छात्राओं में दहशत है। अभी भी वे हास्टल की चार दीवारी में सुरक्षा घेरे में है।
janjgir-champa-news 13 मई को वहां के स्थानीय छात्र और मिस्र के छात्रों के बीच मारपीट हुई थी और इसका वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित हुआ था। इससे स्थानीय छात्रों ने विदेश के छात्र-छात्राओं के छात्रावास पर धावा बोल दिया था। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रबंधन भी सख्ते में हैं और प्रबंधन ने इस सेमेस्टर की परीक्षा आनलाइन लेने का निर्णय लिया है। जांजगीर के वार्ड नंबर 17 की आकांक्षा तंबोली बिश्केक के इंटरनेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में चतुर्थ वर्ष की छात्रा है। 27 मई से 13 जून तक इनकी परीक्षा प्रस्तावित थी यह परीक्षा अब आनलाइन होगी।
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janjgir-champa-news आकांक्षा ने बताया कि स्थिति में पहले से सुधार हुआ है। फिर भी पुलिस व सुरक्षा बलों का पहरा हास्टल के बाहर है। इंटरनेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी बिश्केक सिटी से 8 किमी. दूर है इसलिए जब छात्र हमला के लिए वहां पहुंचे उससे पहले हम सचेत हो गए थे और सुरक्षा बल भी तैनात हो गए थे इसलिए उन्हें बाहर लौटना पड़ा। बुधवार को छात्र-छात्राओं को बाजार जाने के लिए शाम 6 बजे तक छूट दी गई थी। अब वह वापस भारत आने की तैयारी कर रही है मगर फ्लाइट का किराया लगातार बढ़ रहा है।
janjgir-champa-news आज की स्थिति में 49 हजार रूपए हो गया है। ऐसे में अतिरिक्त आर्थिक बोझ परिवार को उठाना पड़ेगा। इसी तरह बिश्केक के आईएचएमएस यूनिवर्सिटी में चतुर्थ सेमेस्टर की छात्रा अकलतरा रोड जांजगीर की शिवानी तंबोली के पिता संजय तंबोली ने बताया कि वापसी के लिए 26 मई की फ्लाइट बुक हुई है और 30 हजार रूपए उसका टिकट देना पड़ा। हास्टल के बाहर सुरक्षा के लिए जवान तैनात हैं इसलिए खतरे जैसी कोई बात नहीं है। स्थानीय पुलिस और सरकार सुरक्षा को लेकर गंभीर हैं।
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janjgir-champa-news यूक्रेन में भी उठाना पड़ा था कष्ट रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध हुआ उस समय आकांक्षा यूक्रेन कीव शहर में फंसी थी और उन्हें खाने पीने को लेकर दिक्कतें हुई थी और घरवाले काफी परेशान हुए थे। आकांक्षा के पिता संतोष तंबोली ने बताया कि वहां की स्थिति खराब होने के कारण बेटी को किर्गिस्तान भेजा है और यहां भी संकट आ गया। हालांकि विश्वविद्यालय ने आनलाइन परीक्षा लेने की बात कही है।
शिवानी से सीएम ने की बात
janjgir-champa-news शिवानी तंबोली से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने बुधवार को दोपहर मोबाइल से बात की और उनका हालचाल जाना और कहा कि कोई समस्या हो तो उन्हें काल कर सकती हैं। सभी छात्र छात्राओं की मदद के लिए छत्तीसगढ़ सरकार खड़ी है।
janjgir-champa-news 13 मई को वहां के स्थानीय छात्र और मिस्र के छात्रों के बीच मारपीट हुई थी और इसका वीडियो इंटरनेट पर प्रसारित हुआ था। इससे स्थानीय छात्रों ने विदेश के छात्र-छात्राओं के छात्रावास पर धावा बोल दिया था। ऐसे में विश्वविद्यालय प्रबंधन भी सख्ते में हैं और प्रबंधन ने इस सेमेस्टर की परीक्षा आनलाइन लेने का निर्णय लिया है। जांजगीर के वार्ड नंबर 17 की आकांक्षा तंबोली बिश्केक के इंटरनेशनल मेडिकल यूनिवर्सिटी में चतुर्थ वर्ष की छात्रा है। 27 मई से 13 जून तक इनकी परीक्षा प्रस्तावित थी यह परीक्षा अब आनलाइन होगी।
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