राजेश मूणत: विपक्ष के पास सरकार को घेरने का कोई 1 भी ठोस मुद्दा नहीं
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन का विशेष सत्र काफी चर्चाओं और विवादों से भरा रहा। इस सत्र में भाजपा विधायक राजेश मूणत ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए उन्हें मुद्दाविहीन बताया। उन्होंने कहा कि विपक्ष के पास ऐसा कोई ठोस मुद्दा नहीं है, जिसके आधार पर वे सरकार को घेर सकें। इस विशेष सत्र में मूणत ने कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की और विपक्ष की रणनीति पर गंभीर सवाल उठाए।
विपक्ष की स्थिति पर मूणत की टिप्पणी
राजेश मूणत ने मीडिया से बातचीत के दौरान विपक्ष को बेबस और मुद्दाविहीन करार दिया। राजेश मूणत: ने कहा कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है, जिसके कारण वे सरकार पर हमला कर सकें। मूणत के अनुसार, विपक्ष केवल सामान्य चर्चा को स्थगन प्रस्ताव लाकर सुर्खियां बटोरने का प्रयास कर रहा है। उनका मानना था कि विपक्ष के पास न तो कोई योजना है और न ही कोई ठोस मुद्दा। राजेश मूणत: ने कहा कि कांग्रेस के विधानसभा घेराव के बावजूद, विपक्ष विधानसभा के अंदर कोई तथ्यात्मक बात नहीं कर पाया। उन्होंने यह भी कहा कि विपक्ष की तुलना में सत्तापक्ष के सदस्य अधिक प्रश्न पूछ रहे थे, जो दर्शाता है कि विपक्ष के पास किसी भी मुद्दे पर ठोस जानकारी नहीं है।
कौशल्या विहार के गजराज तालाब का मुद्दा
इस सत्र में राजेश मूणत ने कौशल्या विहार के गजराज तालाब का मुद्दा भी उठाया। उन्होंने आरोप लगाया कि तालाब के आसपास की जमीन जो आमोद-प्रमोद के लिए आरक्षित थी, उसका लैंड यूज बदलकर आरडीए ने नियमों का उल्लंघन किया है। राजेश मूणत ने यह सवाल उठाया कि बिना टीएनसी से अनुमति लिए कैसे ले आउट बदला जा सकता है। इस सवाल पर मंत्री ओपी चौधरी ने जवाब देते हुए कहा कि मामले की जांच होगी और दोषी पाए जाने पर कार्रवाई भी की जाएगी। उन्होंने यह भी कहा कि टेंडर शर्तों का परीक्षण भी करवाया जाएगा एवं तालाब के आसपास की जमीन की इस्तेमाल आमोद-प्रमोद के रूप में ही किया जावेगा।
कमल विहार का विवाद
प्रश्नकाल के दौरान भाजपा विधायक राजेश मूणत ने कमल विहार की 1600 एकड़ जमीन का मुद्दा भी उठाया। राजेश मूणत: ने कहा कि यह जमीन गजराज तालाब के आस-पास है और इसका सौंदर्यीकरण करने की योजना आरडीए ने बनाई थी। मास्टर प्लान के अनुसार यह भूखंड आमोद-प्रमोद के लिए आरक्षित था, लेकिन पूर्ववर्ती सरकार ने इसका लैंड यूज बदले बिना इसका टेंडर निकालकर निजी कंपनी को एम्यूजमेंट पार्क बनाने के लिए दे दिया। मूणत ने इसकी जांच की मांग की और दोषियों पर कार्रवाई की भी मांग की।
विपक्ष की रणनीति पर सवाल
राजेश मूणत ने विपक्ष की रणनीति पर गंभीर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि विपक्ष केवल सुर्खियां बटोरने के लिए स्थगन प्रस्ताव लाकर जनता को गुमराह कर रहा है। उन्होंने कहा कि मलेरिया और डायरिया जैसे मुद्दों पर सरकार को जागरूक करना ठीक है, लेकिन इसके लिए रिपोर्ट मांगना और ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लाना आवश्यक है। मूणत ने यह भी कहा कि विपक्ष के पास इन महत्वपूर्ण मुद्दों पर कोई ठोस योजना नहीं है और वे केवल राजनीतिक लाभ के लिए इन मुद्दों को उठा रहे हैं।
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विपक्ष के आरोपों पर मूणत का जवाब
विपक्ष ने सरकार पर कई आरोप लगाए, जिनमें सबसे प्रमुख आरोप यह था कि सरकार जनता के मुद्दों को नजरअंदाज कर रही है। इसके जवाब में राजेश मूणत ने कहा कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है और वे केवल राजनीतिक लाभ के लिए ऐसे आरोप लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सरकार जनता के हर मुद्दे पर गंभीरता से काम कर रही है और विपक्ष के आरोप निराधार हैं।
विधानसभा सत्र की समाप्ति
इस विशेष सत्र के अंत में राजेश मूणत ने कहा कि विपक्ष को अपनी रणनीति पर पुनर्विचार करना चाहिए और केवल राजनीतिक लाभ के लिए मुद्दे उठाने के बजाय जनता के वास्तविक मुद्दों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार विपक्ष के हर मुद्दे पर गंभीरता से काम करेगी और जनता के हितों की रक्षा करेगी।
निष्कर्ष
छत्तीसगढ़ विधानसभा के मानसून सत्र का चौथा दिन विपक्ष और सत्तापक्ष के बीच तीखी बहसों और आरोप-प्रत्यारोपों से भरा रहा। राजेश मूणत ने विपक्ष की रणनीति पर गंभीर सवाल उठाए और कहा कि विपक्ष के पास कोई ठोस मुद्दा नहीं है। उन्होंने कौशल्या विहार के गजराज तालाब और कमल विहार के मुद्दों पर सरकार की ओर से उठाए गए कदमों की भी जानकारी दी। इस सत्र ने यह साफ कर दिया कि आने वाले दिनों में भी विधानसभा में इसी प्रकार की तीखी बहसें और चर्चा जारी रहेंगी।