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डॉ.कृष्णी खाखा को पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ द्वारा विद्या वाचस्पति (डॉक्टरेट मानद उपाधि) से सम्मानित किया गया

बैकुंठपुर की स्पोर्ट्स शिक्षिका डॉ. कृष्णी खाखा को विद्या वाचस्पति डॉक्टरेट मानद उपाधि से सम्मानित किया गया

डॉ.कृष्णी खाखा अब डॉक्टर के नाम से जानी जायेगी,

पं. दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ द्वारा दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब आफ इंडिया सभागार में मुख्य अतिथि पद्मश्री माननीय डॉ. अरविन्द कुमार जी,
पूर्व कुलपति रानी लक्ष्मीबाई केन्द्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी,विशिष्ट अतिथि माननीय डॉ. स्वर्णलता पांचाल जी रिसर्च साइंटिस्ट अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स नई दिल्ली अध्यक्षता माननीय डॉ. इन्दु भूषण मिश्रा जी कुलपति पंडित दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ, और मुख्य वक्ता माननीय सुश्री दीपा मिश्रा जी सुप्रसिद्ध कथावाचिका वृन्दावन धाम मथुरा एवं डॉ विश्वनाथ पाणिग्रही राष्ट्रीय पर्यावरण विद् एवं वर्ल्ड रिकॉर्ड धारी की गरिमामय उपस्थिति में विद्या वाचस्पति डॉक्टरेट मानद उपाधि सम्मान समारोह का भव्य आयोजन हुआ। जिसमें छत्तीसगढ़ की बैकुंठपुर जिले से शिक्षा, समाजिक कार्यकर्ता एवं मानवाधिकार के उल्लेखनीय कार्य के लिए, डॉ.कृष्णी खाखा को विद्या वाचस्पति सारस्वत मानद डॉक्टरेट की उपाधि से सम्मानित किया गया।
इस भव्य आयोजन में शिक्षा,साहित्य, समाज,महिला सशक्तिकरण, पत्रकारिता, पर्यावरण संरक्षण आदि के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान देने वाले व्यक्तित्वों को सम्मानित किया गया। समारोह में उपस्थित विशिष्ट अतिथियों ने अपने विचार प्रकट किए और शिक्षा के महत्व पर बल दिया। माननीय डॉ. अरविन्द कुमार जी ने अपने संबोधन में शिक्षा के क्षेत्र में नवाचार और अनुसंधान की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। वहीं, माननीय डॉ. स्वर्ण लता पांचाल जी ने शिक्षा के सामाजिक और सांस्कृतिक महत्व को रेखांकित किया।
कार्यक्रम के मुख्य वक्ता सुश्री दीपा मिश्रा जी ने अपने संबोधन में शिक्षा के माध्यम से समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाने की संभावनाओं पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि शिक्षा केवल ज्ञान का संकलन नहीं है, बल्कि यह समाज को दिशा देने का माध्यम भी है।
उल्लेखनीय है कि विद्या वाचस्पति डॉक्टरेट उपाधि से सम्मानित डॉ.कृष्णी खाखा ने शिक्षा, समाजिक कार्यों एवं मानवाधिकार के क्षेत्र में अनेक कार्य किए हैं, और उनके शिक्षा,, समाजिक कार्यों एवं मानवाधिकार जगत में एक महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है।
इन्होंने महिला सशक्तिकरण,नारी शिक्षा,बालिका शिक्षा,के क्षेत्र में अनवरत योगदान दिये है जिसके लिए उन्हें डाक्टरैट के मानद उपाधि से नवाजा गया है। उल्लेखनीय है डॉ.कृष्णी खाखा अपने सेवा दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही हैं और अनेकों सम्मान से सम्मानित हैं।
विद्या वाचस्पति डॉक्टरेट उपाधि से सम्मानित
पं दीनदयाल उपाध्याय हिंदी विद्यापीठ से डॉ.कृष्णी खाखा को विद्या वाचस्पति सारस्वत सम्मान से सम्मानित किए जाने पर समस्त शैक्षणिक संस्थान एवं विभिन्न सामाजिक संस्थाओं ने प्रसन्नता जाहिर करते हुए बधाई एवं शुभकामनाएं दी हैं।

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