रायपुर – साल 2021 में हुए CGPSC भर्ती घोटाले में अब CBI की एंट्री हो गई है। आज CBI की टीम ने सुबह से ही रायपुर, बिलासपुर और दुर्ग भिलाई समेत कई शहरों में दबिश दे दी है और कथित CGPSC घोटाले की जांच कर रही है।
CBI के इस छापेमारी पर छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री OP चौधरी ने कहा छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के पांच साल के शासनकाल में माफियाराज ने PSC में भ्रष्टाचार कर युवाओं के भविष्य को दांव पर लगा दिया। अब सुशासन के दौर में भ्रष्टाचारी बेनकाब होंगे। युवाओं के साथ अन्याय नहीं चलेगा, उन्हें न्याय मिलेगा।
बता दें कि तत्कालीन PSC अध्यक्ष, अधिकारियों और राजनेताओं के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को 2020 – 22 के दौरान डिप्टी कलेक्टर और DSP के रूप में चयन किया गया था।
एजेंसी ने तत्कालीन CGPSC अध्यक्ष टामन सिंह सोनवानी, सचिव जेके ध्रुव और अन्य के खिलाफ कथित भाई-भतीजा वाद और अपने अयोग्य बेटों, बेटी, रिश्तेदारों और परिचितों को जिला कलेक्टरों, डिप्टी एसपी के बड़े पदों पर भर्ती सुनिश्चित करने के लिए मेरिट सूची में डालने के आरोप में FIR दर्ज किया था। जिसके बाद आज सुबह से ही CBI ने प्रदेश के कई शहरों में दबिश दी है।
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