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Wednesday, March 26, 2025

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छिपिया पारा में पहली बार 78वीं स्वतंत्रता दिवस का आयोजन: एकता और भाईचारे का अनूठा पर्व


चाम्पा। छिपिया पारा के हनुमान चौक पर इस वर्ष स्वतंत्रता दिवस का आयोजन एक ऐतिहासिक और अविस्मरणीय क्षण बन गया। यह आयोजन इसलिए भी खास था क्योंकि यह छिपिया पारा में 78 वर्षों में पहली बार स्वतंत्रता दिवस के रूप में झंडारोहण का आयोजन हुआ। इस उत्सव ने मोहल्ले के सभी निवासियों के दिलों में गर्व और एकता का भाव उत्पन्न किया।

आयोजन की खासियत यह रही कि 92 वर्षीय श्रीमती चमेली कंसारी, जो मोहल्ले की सबसे वरिष्ठ महिला हैं, को इस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया। उनके द्वारा झंडारोहण किया गया और इस पल को सभी निवासियों ने भावुक होकर देखा। श्रीमती कंसारी की उम्र और अनुभव ने इस कार्यक्रम को और भी महत्त्वपूर्ण बना दिया।

मोहल्ले की एकता की मिसाल

इस आयोजन का उद्देश्य केवल स्वतंत्रता दिवस मनाना ही नहीं था, बल्कि इसके माध्यम से मोहल्ले में एकता और भाईचारे का संदेश फैलाना भी था। आयोजन में शामिल हुए सभी नवयुवकों ने इस बात को स्पष्ट किया कि मोहल्ला हो या कोई बड़ी कॉलोनी, एकता में ही शक्ति होती है। सुख-दुख के हर पल में सभी को एक परिवार की तरह साथ रहना चाहिए।

आयोजन में श्री सिद्धराम सोनी, श्री पन्ना लाल कंसारी, श्री छोटे लाल सोनी, श्री नंदकिशोर कंसारी, श्री असरफ अली, श्री संदीप नामदेव, श्री दीपक नामदेव, श्री अरुण नामदेव, श्री विजय नामदेव, श्री विनय सोनी, श्री शिवम सोनी, श्री सत्यम सोनी, श्री गणेश यादव, श्री छोटू यादव, श्री लक्ष्मी सोनी, श्री राजा सोनी, श्री नंद किशोर श्रीवास जैसे सम्मानीय अतिथियों ने भी अपनी उपस्थिति से आयोजन की शोभा बढ़ाई। पूरे मोहल्ले की माता-बहनों ने भी इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया, जो मोहल्ले की एकता की प्रतीक है।

भव्य जन्माष्टमी का आयोजन भी होगा

मोहल्ले में हर वर्ष की तरह इस बार भी जन्माष्टमी का भव्य आयोजन होने वाला है। श्री छत्रपाल सिंह क्षत्री ने बताया कि इस वर्ष का आयोजन पहले से भी अधिक आकर्षक और भव्य होगा। इस आयोजन में बहनों के साथ-साथ भैया वर्ग और बच्चों के लिए भी अलग-अलग प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा, जिससे मोहल्ले के सभी वर्गों को इस पवित्र पर्व का हिस्सा बनने का अवसर मिलेगा

यह आयोजन छिपिया पारा के लोगों के लिए एक नई दिशा और उत्साह का स्रोत बना। इसने यह साबित किया कि एकता में ही बल है और एकजुट रहकर ही समाज की समस्याओं का समाधान संभव है। इस ऐतिहासिक स्वतंत्रता दिवस आयोजन ने मोहल्ले में नई ऊर्जा और समर्पण का संचार किया, जो आगे आने वाले समय में भी इसी तरह के आयोजनों को प्रोत्साहित करेगा।

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