spot_img
8.8 C
New York
Thursday, October 10, 2024

Buy now

spot_img
spot_img

“गरबा स्थल पर गैर हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध:

धार्मिक आयोजन में सामाजिक समरसता और सुरक्षा की नई चुनौतियाँ”

रायपुर: हर साल, लाखों भक्त इस त्योहार के दौरान देवी दुर्गा की आराधना करते हैं, और गरबा नृत्य का आयोजन करते हैं। छत्तीसगढ़ में भी गरबा उत्सव विशेष धूमधाम से मनाया जाता है, जहां लोग बड़े पैमाने पर पंडाल सजाते हैं और सामाजिक समरसता का परिचय देते हैं। हालांकि, इस साल एक नए विवाद ने गरबा आयोजन के दौरान धार्मिक समरसता पर सवाल खड़ा कर दिया है।

सोमवार को, रायपुर में कई हिंदू संगठनों ने गरबा स्थलों पर गैर-हिंदुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने की मांग की है। किन्नर अखाड़े से जुड़ी साध्वी सौम्या ने कलेक्टर और एसएसपी को ज्ञापन सौंपते हुए आग्रह किया कि गरबा आयोजन पवित्र और विवाद-मुक्त होना चाहिए। उनकी प्रमुख मांगों में यह भी शामिल था कि आयोजन स्थलों पर प्रवेश करते समय गंगा जल और गौमूत्र का छिड़काव किया जाए, और माथे पर तिलक लगाकर ही एंट्री दी जाए।

साध्वी सौम्या ने इस मांग के साथ यह भी सुझाव दिया कि गरबा में आने वाली महिलाएं और युवतियाँ सभ्य वस्त्र पहनें, और किसी भी प्रकार के मादक पदार्थों के सेवन पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया जाए। गरबा आयोजन स्थल पर सुरक्षा की दृष्टि से बाउंसरों की नियुक्ति भी अनिवार्य की गई है।

Related Articles

- Advertisement -spot_img

Latest Articles