Raipur. रायपुर। रायपुर पुलिस ने साइबर अपराधों से बचने के लिए तरीका वारदात अभियान की शुरुआत की है। जिसमें पुलिस ने साइबर ठगबाजों के ठगी मामलों के तरीकों को बता रहे है। बढ़ते साइबर अपराध के साथ ही सोशल चैट ग्रुप जैसे व्हाट्सएप, इंस्टाग्राम और टेलीग्राम जैसे ग्रुप भी अब अछूते नहीं रह गए है। साइबर ठग इन सभी सोशल साइट्स एवं चौट सुविधा से सुसज्जित साइट्स का इस्तेमाल ऑनलाइन ठगी करने के लिए प्रयोग में ला रहे हैं। आज हम टेलीग्राम यूजर्स को आगाह करना चाहते हैं, की टेलीग्राम में एक अनजाने ग्रुप से आपको मैसेज आता है तथा आपको एक ग्रुप में जोड़ा जाता है, जिसमें मुख्य रूप से ऑनलाइन जॉब या पार्ट टाइम जॉब का ऑफर होता है। जिसमें आकर्षक मासिक तनख्वाह एवं आकर्षक पद देने की बात लिखी होती है।
इसके अलावा यह भी देखने में आ रहा है, की आपको मोटी कमीशन का लालच देकर रुपए ट्रांसफर करवाने एवं क्रिप्टोकरंसी में निवेश करने के नाम पर किसी फर्जी ग्रुप में जोड़कर आपको सायबर ठगों द्वारा स्वयं बनाए गए वेबसाइट या एप्लीकेशन पर लॉगिन पासवर्ड देकर उच्चतम परसेंटेज का लाभ दिखाकर मोटी रकम का इन्वेस्टमेंट कराया जाता है जिसमें आपके बनाए गए फर्जी अकाउंट जो उनके एप्लीकेशन पर चल रहा होता है, जिसमें आपको काफी अधिक लाभ दिखाया जाता है, दरअसल ऐसा कुछ भी नहीं होता वह केवल दिखावा मात्र होता है, जब तक उपभोक्ता को ठगी का एहसास होता है तब तक साइबर ठग उसे पैसे को एक खाते से दूसरे खाते तक ट्रांसफर कर चुका होता है। कुछ इसी प्रकार ही टेलीग्राम में आपके प्रोडक्ट की रेटिंग बढ़ाने के नाम पर भी मैसेज किए जाते हैं उसे अपराध में साइबर ठग आपके व्यवसाय से जुड़े सामग्री का प्रचार प्रसार करने के नाम पर आपको प्रलोभन देते हैं जिसमें कम दर पर एडवर्टाइजमेंट के जरिए आपके प्रोडक्ट का अधिक से अधिक लोगों तक प्रचार प्रसार करने का दिखावा करते हैं एवं आपसे मोटी रकम वसूल लेते हैं। यदि आप ऐसे लुभावने मैसेज से सावधान रहें तो आप ऐसे ठगी से बच सकते हैं।