

चाम्पा सिख समाज के कार्यक्रम में सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े ने गुरु श्री गोबिंद सिंह जी महाराज के चारों साहिबजादों के बलिदान दिवस ‘वीर बाल दिवस’ के अवसर पर शिरकत की। यह दिवस सिख समुदाय के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, जो गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों की शहादत को याद करता है जिन्होंने धर्म और देश की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी थी ।
गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों – साहिबजादा अजीत सिंह, साहिबजादा जुझार सिंह, साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह ने अपने पिता के साथ मिलकर मुगल सेना के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। इस लड़ाई में साहिबजादा अजीत सिंह और साहिबजादा जुझार सिंह शहीद हो गए थे, जबकि साहिबजादा जोरावर सिंह और साहिबजादा फतेह सिंह को मुगल सेना ने पकड़ लिया था और उन्हें जिंदा दीवार में चिनवा दिया गया था ।
सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े ने इस अवसर पर कहा कि गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों की शहादत हमें धर्म और देश की रक्षा के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि हमें अपने बच्चों को उनकी वीरता और बलिदान की कहानी सुनानी चाहिए ताकि वे भी उनके आदर्शों को अपना सकें ।
इस अवसर पर चाम्पा सिख समाज के सदस्यों ने भी साहिबजादों के बलिदान को याद किया और उनकी वीरता की कहानी सुनाई। उन्होंने कहा कि साहिबजादों की शहादत हमें यह सिखाती है कि धर्म और देश की रक्षा के लिए हमें किसी भी कीमत पर तैयार रहना चाहिए ।
वीर बाल दिवस के अवसर पर देश भर में कई कार्यक्रम आयोजित किए गए। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस अवसर पर साहिबजादों के बलिदान को याद किया और उनकी वीरता की कहानी सुनाई ।
इस प्रकार, वीर बाल दिवस एक महत्वपूर्ण अवसर है जो हमें गुरु गोबिंद सिंह जी के चारों पुत्रों की शहादत को याद करने और उनकी वीरता की कहानी सुनाने का अवसर प्रदान करता है। यह हमें धर्म और देश की रक्षा के लिए प्रेरित करता है और हमें अपने बच्चों को उनकी वीरता और बलिदान की कहानी सुनाने के लिए प्रेरित करता है।