सक्ती – मतदान का तारीख जैसे जैसे नजदीक आ रहा है वैसे वैसे बीजेपी की स्थिति डावा डोल होते जा रही हैं. निजी सर्वे के अनुसार इस बार बीजेपी को नुकसान होते दिख रहा है। वही कांग्रेस प्रत्याशी अपने आठ विधायकों के साथ धुआंधार प्रचार प्रसार में लगे हैं। हालांकि, बीजेपी को मोदी की गारंटी पर विश्वास है, लेकिन बता दे यही वादा 5 साल पहले बीजेपी सांसद गुहाराम अजगल्ले ने भी किया था जिसको निभा नहीं पाए और 5 साल लापता रहे, न कोई जनता दरबार लगा सके नहीं जनता की कोई समस्याएं दूर कर पाए।
हद तो तब हो गई जब बीजेपी के ही कार्यकर्ता अपने ही सांसद की बुराई कर उनके 5 साल की नाकामियों को गिनाने लगे। जांजगीर चांपा में लोकसभा में सबसे बड़ी समस्या पलायन , स्वास्थ्य , रोजगार एवं रेल सुविधाओं को थी जो अब तक जस के तस बनी हुई हैं. जिसका वादा लगातार 15 साल बीजेपी करते आ रही हैं. लेकिन जिस हिसाब से क्षेत्र में विकास होना था उस हिसाब से विकास नहीं हो पाया हैं।
जनता अब भाजपा के ऊपर विश्वास नहीं कर रही है यही वजह है कि भाजपा प्रत्याशी को अपने ही सांसद का नाकामियां जनता के मुंह से सुनने को मिल रहा है जहां जा रही है वहां मतदाता प्रत्याशी को भाजपा सांसद के कामों को लेकर खरी खोटी सुना रही हैं।
15 साल से भाजपा यही वादा करते आ रही है कि जिला मुख्यालय में रेल सुविधाओं के अलावा शिक्षा स्वास्थ्य एवं रोजगार को लेकर बड़ा काम किया जाएगा लेकिन यहां न तो इंजीनियरिंग कॉलेज खुल पाया है, न हीं मेडिकल कॉलेज ने कोई रफ्तार पकड़ी हैं. रेलवे का हाल तो सबके सामने हैं।
जांजगीर चांपा लोकसभा के जिस क्षेत्र से सांसद प्रत्याशी कमलेश जांगड़े आती हैं उसे क्षेत्र से सबसे बड़ी समस्या पलायन का हैं. रोजगार की कमी के चलते ग्रामीण पूरे परिवार सहित महीनो तक अन्य जिला कमाने खाने जाते हैं। इस तरह बड़ा रोजगार की समस्या है।